महाभारतम् — 8.6.30
Original
Segmented
अवस्थितम् रणे ज्ञात्वा पाण्डवास् त्वाम् महा-रथम् द्रविष्यन्ति स पाञ्चालाः विष्णुम् दृष्ट्वा इव दानवाः तस्मात् त्वम् पुरुष-व्याघ्र प्रकर्षेथा महा-चमूम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवस्थितम् | अवस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
पाण्डवास् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्रविष्यन्ति | द्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
स | स | pos=i |
पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विष्णुम् | विष्णु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
इव | इव | pos=i |
दानवाः | दानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रकर्षेथा | प्रकृष् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
चमूम् | चमू | pos=n,g=f,c=2,n=s |