महाभारतम् — 8.53.12
Original
Segmented
स तु उत्तमौजाः निशितैः पृषत्कैः विव्याध खड्गेन च भास्वरेण पार्ष्णिम् हयांः च एव कृपस्य हत्वा शिखण्डिन्-वाहम् स ततो ऽभ्यरोहत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
उत्तमौजाः | उत्तमौजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
पृषत्कैः | पृषत्क | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
खड्गेन | खड्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
भास्वरेण | भास्वर | pos=a,g=m,c=3,n=s |
पार्ष्णिम् | पार्ष्णि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हयांः | हय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कृपस्य | कृप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
शिखण्डिन् | शिखण्डिन् | pos=n,comp=y |
वाहम् | वाह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽभ्यरोहत् | अभिरुह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |