महाभारतम् — 8.53.11
Original
Segmented
सुषेण-शीर्षम् पतितम् पृथिव्याम् विलोक्य कर्णो ऽथ तदा आर्त-रूपः क्रोधात् हयान् तस्य रथम् ध्वजम् च बाणैः सु धारा निशितैः न्यकृन्तत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुषेण | सुषेण | pos=n,comp=y |
शीर्षम् | शीर्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पतितम् | पत् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विलोक्य | विलोकय् | pos=vi |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽथ | अथ | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
आर्त | आर्त | pos=a,comp=y |
रूपः | रूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
हयान् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ध्वजम् | ध्वज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सु | सु | pos=i |
धारा | धारा | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
न्यकृन्तत् | निकृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |