महाभारतम् — 8.50.3
Original
Segmented
त्वम् इत्य् उक्त्वा एव राजानम् एवम् कश्मलम् आविशः हत्वा तु नृपतिम् पार्थ अकरिष्यः किम् उत्तरम् एवम् सु दुर्विदः धर्मो मन्द-प्रज्ञैः विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इत्य् | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
कश्मलम् | कश्मल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आविशः | आविश् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
हत्वा | हन् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
नृपतिम् | नृपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अकरिष्यः | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrn |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्तरम् | उत्तर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
सु | सु | pos=i |
दुर्विदः | दुर्विद | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मन्द | मन्द | pos=a,comp=y |
प्रज्ञैः | प्रज्ञा | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |