Original

ततोऽब्रवीद्वासुदेवः प्रहसन्निव पाण्डवम् ।कथं नाम भवेदेतद्यदि त्वं पार्थ धर्मजम् ।असिना तीक्ष्णधारेण हन्या धर्मे व्यवस्थितम् ॥ २ ॥

Segmented

ततो ऽब्रवीद् वासुदेवः प्रहसन्न् इव पाण्डवम् कथम् नाम भवेद् एतद् यदि त्वम् पार्थ धर्मजम् असिना तीक्ष्ण-धारेण हन्या धर्मे व्यवस्थितम्

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
ऽब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
वासुदेवः वासुदेव pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रहसन्न् प्रहस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s
कथम् कथम् pos=i
नाम नाम pos=i
भवेद् भू pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
यदि यदि pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
धर्मजम् धर्मज pos=n,g=m,c=2,n=s
असिना असि pos=n,g=m,c=3,n=s
तीक्ष्ण तीक्ष्ण pos=a,comp=y
धारेण धारा pos=n,g=m,c=3,n=s
हन्या हन् pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin
धर्मे धर्म pos=n,g=m,c=7,n=s
व्यवस्थितम् व्यवस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part