महाभारतम् — 8.5.63
Original
Segmented
भीष्म-द्रोणौ हि समरे न हन्याद् वज्रभृत् स्वयम् न्यायेन युध्यमानौ हि तद् वै सत्यम् ब्रवीमि ते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,comp=y |
द्रोणौ | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=d |
हि | हि | pos=i |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
हन्याद् | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वज्रभृत् | वज्रभृत् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
न्यायेन | न्याय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
युध्यमानौ | युध् | pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part |
हि | हि | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |