महाभारतम् — 8.5.29
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच दैवम् एव परम् मन्ये धिक् पौरुषम् अनर्थकम् यत्र राम-प्रतीकाशः कर्णो ऽहन्यत संयुगे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दैवम् | दैव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
धिक् | धिक् | pos=i |
पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनर्थकम् | अनर्थक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
राम | राम | pos=n,comp=y |
प्रतीकाशः | प्रतीकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहन्यत | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |