महाभारतम् — 8.5.27
Original
Segmented
संजय उवाच श्रिया कुलेन यशसा तपसा च श्रुतेन च त्वाम् अद्य सन्तो मन्यन्ते ययातिम् इव नाहुषम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
कुलेन | कुल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यशसा | यशस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
श्रुतेन | श्रुत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
सन्तो | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मन्यन्ते | मन् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ययातिम् | ययाति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
नाहुषम् | नाहुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |