महाभारतम् — 8.5.18
Original
Segmented
यः च अजैषीत् अतिबलान् अमित्रान् अपि दुर्जयान् गान्धारान् मद्रकान् मत्स्यांस् त्रिगर्तांस् तङ्गणाञ् शकान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अजैषीत् | जि | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
अतिबलान् | अतिबल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
अमित्रान् | अमित्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
दुर्जयान् | दुर्जय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
गान्धारान् | गान्धार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मद्रकान् | मद्रक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मत्स्यांस् | मत्स्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
त्रिगर्तांस् | त्रिगर्त | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तङ्गणाञ् | तङ्गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शकान् | शक | pos=n,g=m,c=2,n=p |