महाभारतम् — 8.49.86
Original
Segmented
अक्षेषु दोषा बहवो विधर्माः श्रुतास् त्वया सहदेवो ऽब्रवीद् यान् तान् न एषि संतर्तुम् अ साधु-जुष्टान् येन स्म सर्वे निरयम् प्रपन्नाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अक्षेषु | अक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
दोषा | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
बहवो | बहु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विधर्माः | विधर्म | pos=a,g=m,c=1,n=p |
श्रुतास् | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सहदेवो | सहदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
एषि | इ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
संतर्तुम् | संतृ | pos=vi |
अ | अ | pos=i |
साधु | साधु | pos=a,comp=y |
जुष्टान् | जुष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
येन | येन | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निरयम् | निरय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपन्नाः | प्रपद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |