Original

यत्तन्मया बाणसमर्पितेन ध्यातोऽसि कर्णस्य वधाय वीर ।तन्मे त्वया कच्चिदमोघमद्य ध्यातं कृतं कर्णनिपातनेन ॥ ४३ ॥

Segmented

यत् तन् मया बाण-समर्पितेन ध्यातो ऽसि कर्णस्य वधाय वीर तन् मे त्वया कच्चिद् अमोघम् अद्य ध्यातम् कृतम् कर्ण-निपातनेन

Analysis

Word Lemma Parse
यत् यद् pos=n,g=n,c=2,n=s
तन् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
बाण बाण pos=n,comp=y
समर्पितेन समर्पय् pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
ध्यातो ध्या pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽसि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
कर्णस्य कर्ण pos=n,g=m,c=6,n=s
वधाय वध pos=n,g=m,c=4,n=s
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
तन् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
कच्चिद् कश्चित् pos=n,g=n,c=1,n=s
अमोघम् अमोघ pos=a,g=n,c=1,n=s
अद्य अद्य pos=i
ध्यातम् ध्या pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
कर्ण कर्ण pos=n,comp=y
निपातनेन निपातन pos=n,g=n,c=3,n=s