Original

विपन्नसस्येव मही रुधिरेण समुक्षिता ।भारती भरतश्रेष्ठ सेना कृपणदर्शना ॥ ५५ ॥

Segmented

विपन्न-सस्या इव मही रुधिरेण समुक्षिता भारती भरत-श्रेष्ठ सेना कृपण-दर्शना

Analysis

Word Lemma Parse
विपन्न विपद् pos=va,comp=y,f=part
सस्या सस्य pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
मही मही pos=n,g=f,c=1,n=s
रुधिरेण रुधिर pos=n,g=n,c=3,n=s
समुक्षिता समुक्ष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
भारती भारत pos=a,g=f,c=1,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
सेना सेना pos=n,g=f,c=1,n=s
कृपण कृपण pos=a,comp=y
दर्शना दर्शन pos=n,g=f,c=1,n=s