महाभारतम् — 8.43.50
Original
Segmented
असौ कर्णः सु संरब्धः पाञ्चालान् अभिधावति केतुम् अस्य हि पश्यामि धृष्टद्युम्न-रथम् प्रति समुच्छेत्स्यति पाञ्चालान् इति मन्ये परंतप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्णः | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
संरब्धः | संरभ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभिधावति | अभिधाव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
केतुम् | केतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
धृष्टद्युम्न | धृष्टद्युम्न | pos=n,comp=y |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
समुच्छेत्स्यति | समुच्छिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इति | इति | pos=i |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |