Original

एवं कृत्वाब्रवीत्पार्थो वासुदेवं धनंजयः ।याहि संशप्तकान्कृष्ण कार्यमेतत्परं मम ॥ ५६ ॥

Segmented

एवम् कृत्वा ब्रवीत् पार्थो वासुदेवम् धनंजयः याहि संशप्तकान् कृष्ण कार्यम् एतत् परम् मम

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
कृत्वा कृ pos=vi
ब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
पार्थो पार्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
वासुदेवम् वासुदेव pos=n,g=m,c=2,n=s
धनंजयः धनंजय pos=n,g=m,c=1,n=s
याहि या pos=v,p=2,n=s,l=lot
संशप्तकान् संशप्तक pos=n,g=m,c=2,n=p
कृष्ण कृष्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
कार्यम् कार्य pos=n,g=n,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s