महाभारतम् — 8.42.22
Original
Segmented
द्रौणिस् तु दृष्ट्वा राज-इन्द्र धृष्टद्युम्नम् रणे स्थितम् क्रोधेन निःश्वसन् वीरः पार्षतम् समुपाद्रवत् ताव् अन्योन्यम् तु दृष्ट्वा एव संरम्भम् जग्मतुः परम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्रौणिस् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धृष्टद्युम्नम् | धृष्टद्युम्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स्थितम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
क्रोधेन | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निःश्वसन् | निःश्वस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वीरः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पार्षतम् | पार्षत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपाद्रवत् | समुपद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ताव् | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
अन्योन्यम् | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
संरम्भम् | संरम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जग्मतुः | गम् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |