महाभारतम् — 8.38.33
Original
Segmented
धृष्टद्युम्नस् तु समरे हार्दिक्यम् नवभिः शरैः आजघान उरसि क्रुद्धः पीडयन् हृदिक-आत्मजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृष्टद्युम्नस् | धृष्टद्युम्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हार्दिक्यम् | हार्दिक्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नवभिः | नवन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आजघान | आहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उरसि | उरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पीडयन् | पीडय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हृदिक | हृदिक | pos=n,comp=y |
आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |