Original

कपेस्तु निनदं श्रुत्वा संत्रस्ता तव वाहिनी ।भयं विपुलमादाय निश्चेष्टा समपद्यत ॥ ९ ॥

Segmented

कपेस् तु निनदम् श्रुत्वा संत्रस्ता तव वाहिनी भयम् विपुलम् आदाय निश्चेष्टा समपद्यत

Analysis

Word Lemma Parse
कपेस् कपि pos=n,g=m,c=6,n=s
तु तु pos=i
निनदम् निनद pos=n,g=m,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
संत्रस्ता संत्रस् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
वाहिनी वाहिनी pos=n,g=f,c=1,n=s
भयम् भय pos=n,g=n,c=2,n=s
विपुलम् विपुल pos=a,g=n,c=2,n=s
आदाय आदा pos=vi
निश्चेष्टा निश्चेष्ट pos=a,g=f,c=1,n=s
समपद्यत सम्पद् pos=v,p=3,n=s,l=lan