Original

ताभ्यां वियति राजेन्द्र विततं भीमदर्शनम् ।क्रौञ्चपृष्ठारुणं रौद्रं बाणजालं व्यदृश्यत ॥ ४५ ॥

Segmented

ताभ्याम् वियति राज-इन्द्र विततम् भीम-दर्शनम् क्रौञ्च-पृष्ठ-अरुणम् रौद्रम् बाण-जालम् व्यदृश्यत

Analysis

Word Lemma Parse
ताभ्याम् तद् pos=n,g=m,c=3,n=d
वियति वियन्त् pos=n,g=n,c=7,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
विततम् वितन् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
भीम भीम pos=a,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=1,n=s
क्रौञ्च क्रौञ्च pos=n,comp=y
पृष्ठ पृष्ठ pos=n,comp=y
अरुणम् अरुण pos=a,g=n,c=1,n=s
रौद्रम् रौद्र pos=a,g=n,c=1,n=s
बाण बाण pos=n,comp=y
जालम् जाल pos=n,g=n,c=1,n=s
व्यदृश्यत विदृश् pos=v,p=3,n=s,l=lan