Original

संजय उवाच ।ततः परानीकभिदं व्यूहमप्रतिमं परैः ।समीक्ष्य कर्णः पार्थानां धृष्टद्युम्नाभिरक्षितम् ॥ १ ॥

Segmented

संजय उवाच ततः पर-अनीक-भिदम् व्यूहम् अप्रतिमम् परैः समीक्ष्य कर्णः पार्थानाम् धृष्टद्युम्न-अभिरक्षितम्

Analysis

Word Lemma Parse
संजय संजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
ततः ततस् pos=i
पर पर pos=n,comp=y
अनीक अनीक pos=n,comp=y
भिदम् भिद् pos=a,g=m,c=2,n=s
व्यूहम् व्यूह pos=n,g=m,c=2,n=s
अप्रतिमम् अप्रतिम pos=a,g=m,c=2,n=s
परैः पर pos=n,g=m,c=3,n=p
समीक्ष्य समीक्ष् pos=vi
कर्णः कर्ण pos=n,g=m,c=1,n=s
पार्थानाम् पार्थ pos=n,g=m,c=6,n=p
धृष्टद्युम्न धृष्टद्युम्न pos=n,comp=y
अभिरक्षितम् अभिरक्ष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part