महाभारतम् — 8.30.88
Original
Segmented
संजय उवाच कर्णो ऽपि न उत्तरम् प्राह शल्यो ऽप्य् अभिमुखः परान् पुनः प्रहस्य राधेयः पुनः याहि इति अचोदयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
उत्तरम् | उत्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शल्यो | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
अभिमुखः | अभिमुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |
परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
प्रहस्य | प्रहस् | pos=vi |
राधेयः | राधेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
याहि | या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
अचोदयत् | चोदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |