महाभारतम् — 8.30.57
Original
Segmented
उत शल्य विजानीहि हन्त भूयो ब्रवीमि ते यद् अप्य् अन्यो ऽब्रवीद् वाक्यम् बाह्लीकानाम् विकुत्सितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत | उत | pos=i |
शल्य | शल्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विजानीहि | विज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
हन्त | हन्त | pos=i |
भूयो | भूयस् | pos=i |
ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
अन्यो | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बाह्लीकानाम् | वाह्लीक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
विकुत्सितम् | विकुत्सय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |