महाभारतम् — 8.29.1
Original
Segmented
संजय उवाच मद्र-अधिपस्य आधिरथि तदा एवम् वचो निशाम्य अप्रियम् अप्रतीतः उवाच शल्यम् विदितम् मे एतत् यथाविधाव् अर्जुन-वासुदेवौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
अधिपस्य | अधिप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आधिरथि | आधिरथि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निशाम्य | निशामय् | pos=vi |
अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अप्रतीतः | अप्रतीत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शल्यम् | शल्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यथाविधाव् | यथाविध | pos=a,g=m,c=1,n=d |
अर्जुन | अर्जुन | pos=n,comp=y |
वासुदेवौ | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=d |