Original

स पक्षाभ्यां स्पृशन्नार्तस्तुण्डेन जलमर्णवे ।काको दृढं परिश्रान्तः सहसा निपपात ह ॥ ४७ ॥

Segmented

स पक्षाभ्याम् स्पृशन्न् आर्तस् तुण्डेन जलम् अर्णवे काको दृढम् परिश्रान्तः सहसा निपपात ह

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पक्षाभ्याम् पक्ष pos=n,g=m,c=3,n=d
स्पृशन्न् स्पृश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
आर्तस् आर्त pos=a,g=m,c=1,n=s
तुण्डेन तुण्ड pos=n,g=n,c=3,n=s
जलम् जल pos=n,g=n,c=2,n=s
अर्णवे अर्णव pos=n,g=m,c=7,n=s
काको काक pos=n,g=m,c=1,n=s
दृढम् दृढम् pos=i
परिश्रान्तः परिश्रम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
सहसा सहसा pos=i
निपपात निपत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i