Original

सुपर्णं पतगश्रेष्ठं वैनतेयं तरस्विनम् ।लट्वेवाह्वयसे पाते कर्ण पार्थं धनंजयम् ॥ ४० ॥

Segmented

सुपर्णम् पतग-श्रेष्ठम् वैनतेयम् तरस्विनम् लट्वा इव आह्वयसे पाते कर्ण पार्थम् धनंजयम्

Analysis

Word Lemma Parse
सुपर्णम् सुपर्ण pos=n,g=m,c=2,n=s
पतग पतग pos=n,comp=y
श्रेष्ठम् श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=2,n=s
वैनतेयम् वैनतेय pos=n,g=m,c=2,n=s
तरस्विनम् तरस्विन् pos=a,g=m,c=2,n=s
लट्वा लट्वा pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
आह्वयसे आह्वा pos=v,p=2,n=s,l=lat
पाते पात pos=n,g=m,c=7,n=s
कर्ण कर्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
पार्थम् पार्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
धनंजयम् धनंजय pos=n,g=m,c=2,n=s