महाभारतम् — 8.27.1
Original
Segmented
संजय उवाच एव तदा कर्णो हर्षयन् वाहिनीम् तव एकैकम् समरे दृष्ट्वा पाण्डवम् पर्यपृच्छत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एव | एव | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हर्षयन् | हर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एकैकम् | एकैक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पर्यपृच्छत | परिप्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |