महाभारतम् — 8.26.47
Original
Segmented
न इह ध्रुवम् किंचिद् अपि प्रचिन्त्यम् विदुः लोके कर्मणो अनित्य-योगात् सूर्य-उदये को हि विमुक्त-संशयः गर्वम् कुर्वीत अद्य गुरौ निपातिते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
इह | इह | pos=i |
ध्रुवम् | ध्रुव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
प्रचिन्त्यम् | प्रचिन्तय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कर्मणो | कर्मन् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अनित्य | अनित्य | pos=a,comp=y |
योगात् | योग | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
उदये | उदय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
विमुक्त | विमुच् | pos=va,comp=y,f=part |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गर्वम् | गर्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुर्वीत | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अद्य | अद्य | pos=i |
गुरौ | गुरु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निपातिते | निपातय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |