Original

तस्याङ्गानि समाश्रित्य स्थितं विश्वमिदं जगत् ।जङ्गमाजङ्गमं राजञ्शुशुभेऽद्भुतदर्शनम् ॥ ९० ॥

Segmented

तस्य अङ्गानि समाश्रित्य स्थितम् विश्वम् इदम् जगत् जङ्गम-अजङ्गमम् राजञ् शुशुभे अद्भुत-दर्शनम्

Analysis

Word Lemma Parse
तस्य तद् pos=n,g=m,c=6,n=s
अङ्गानि अङ्ग pos=n,g=n,c=2,n=p
समाश्रित्य समाश्रि pos=vi
स्थितम् स्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
विश्वम् विश्व pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=1,n=s
जङ्गम जङ्गम pos=a,comp=y
अजङ्गमम् अजङ्गम pos=a,g=n,c=1,n=s
राजञ् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
शुशुभे शुभ् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अद्भुत अद्भुत pos=a,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=1,n=s