महाभारतम् — 8.24.8
Original
Segmented
तान् अब्रवीत् तदा देवो लोकानाम् प्रभुः ईश्वरः न अस्ति सर्व-अमर-त्वम् हि निवर्तध्वम् अतो ऽसुराः वरम् अन्यम् वृणीध्वम् वै यादृशम् सम्प्ररोचते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
देवो | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रभुः | प्रभु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
अमर | अमर | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
निवर्तध्वम् | निवृत् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
अतो | अतस् | pos=i |
ऽसुराः | असुर | pos=n,g=m,c=8,n=p |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्यम् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वृणीध्वम् | वृ | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
वै | वै | pos=i |
यादृशम् | यादृश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
सम्प्ररोचते | सम्प्ररुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |