Original

दश नागपतीनीषां धृतराष्ट्रमुखान्दृढाम् ।द्यां युगं युगचर्माणि संवर्तकबलाहकान् ॥ ७२ ॥

Segmented

दश नाग-पतीन् ईषाम् धृतराष्ट्र-मुखान् दृढाम् द्याम् युगम् युगचर्माणि संवर्तक-बलाहकान्

Analysis

Word Lemma Parse
दश दशन् pos=n,g=n,c=2,n=s
नाग नाग pos=n,comp=y
पतीन् पति pos=n,g=m,c=2,n=p
ईषाम् ईषा pos=n,g=f,c=2,n=s
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,comp=y
मुखान् मुख pos=n,g=m,c=2,n=p
दृढाम् दृढ pos=a,g=f,c=2,n=s
द्याम् दिव् pos=n,g=,c=2,n=s
युगम् युग pos=n,g=m,c=2,n=s
युगचर्माणि युगचर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=p
संवर्तक संवर्तक pos=n,comp=y
बलाहकान् बलाहक pos=n,g=m,c=2,n=p