महाभारतम् — 8.24.57
Original
Segmented
श्री-भगवान् उवाच हन्तव्याः शत्रवः सर्वे युष्माकम् इति मे मतिः न त्व् एको ऽहम् वधे तेषाम् समर्थो वै सुरद्विषाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्री | श्री | pos=n,comp=y |
भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हन्तव्याः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
शत्रवः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
युष्माकम् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
त्व् | तु | pos=i |
एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वधे | वध | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
समर्थो | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
सुरद्विषाम् | सुरद्विष् | pos=n,g=m,c=6,n=p |