Original

अमोघाय मृगाक्षाय प्रवरायुधयोधिने ।दुर्वारणाय शुक्राय ब्रह्मणे ब्रह्मचारिणे ॥ ४७ ॥

Segmented

अमोघाय मृग-अक्षाय प्रवर-आयुध-योधिने दुर्वारणाय शुक्राय ब्रह्मणे ब्रह्मचारिणे

Analysis

Word Lemma Parse
अमोघाय अमोघ pos=a,g=m,c=4,n=s
मृग मृग pos=n,comp=y
अक्षाय अक्ष pos=a,g=m,c=4,n=s
प्रवर प्रवर pos=a,comp=y
आयुध आयुध pos=n,comp=y
योधिने योधिन् pos=a,g=m,c=4,n=s
दुर्वारणाय दुर्वारण pos=a,g=n,c=4,n=s
शुक्राय शुक्र pos=a,g=m,c=4,n=s
ब्रह्मणे ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=4,n=s
ब्रह्मचारिणे ब्रह्मचारिन् pos=n,g=m,c=4,n=s