महाभारतम् — 8.24.33
Original
Segmented
श्रुत्वा तद् भगवान् देवो देवान् इदम् उवाच ह असुराः च दुरात्मानस् ते च अपि विबुध-द्विषः अपराध्यन्ति सततम् ये युष्मान् पीडयन्त्य् उत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
देवो | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
असुराः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
दुरात्मानस् | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
विबुध | विबुध | pos=n,comp=y |
द्विषः | द्विष् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अपराध्यन्ति | अपराध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सततम् | सततम् | pos=i |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
युष्मान् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
पीडयन्त्य् | पीडय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उत | उत | pos=i |