महाभारतम् — 8.22.14
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच यद् वो ऽगमन् मनो मन्दाः कर्णम् वैकर्तनम् तदा अप्य् अद्राक्षत तम् यूयम् शीत-आर्ताः इव भास्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यद् | यत् | pos=i |
वो | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
ऽगमन् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मन्दाः | मन्द | pos=a,g=m,c=8,n=p |
कर्णम् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वैकर्तनम् | वैकर्तन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
अप्य् | अपि | pos=i |
अद्राक्षत | दृश् | pos=v,p=2,n=p,l=lun |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यूयम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
शीत | शीत | pos=n,comp=y |
आर्ताः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
भास्करम् | भास्कर | pos=n,g=m,c=2,n=s |