महाभारतम् — 8.22.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच न ह्य् अस्य समरे मुच्येत अन्तकः ऽप्य् आततायिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
ह्य् | हि | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मुच्येत | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अन्तकः | अन्तक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
आततायिनः | आततायिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |