महाभारतम् — 8.19.5
Original
Segmented
ते सृजन्तः शर-व्रातान् किरन्तो ऽर्जुनम् आहवे अभ्यद्रवन्त समरे वारि-ओघाः इव सागरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सृजन्तः | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
शर | शर | pos=n,comp=y |
व्रातान् | व्रात | pos=n,g=m,c=2,n=p |
किरन्तो | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ऽर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अभ्यद्रवन्त | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वारि | वारि | pos=n,comp=y |
ओघाः | ओघ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |