महाभारतम् — 8.19.42
Original
Segmented
हत-अश्वात् तु रथात् तस्माद् अवप्लुत्य सुतस् तव उत्तमम् व्यसनम् प्राप्तो भूमाव् एव व्यतिष्ठत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
अश्वात् | अश्व | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तु | तु | pos=i |
रथात् | रथ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अवप्लुत्य | अवप्लु | pos=vi |
सुतस् | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भूमाव् | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
एव | एव | pos=i |
व्यतिष्ठत | विष्ठा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |