Original

सकुण्डलानि स्वक्षीणि पूर्णचन्द्रनिभानि च ।शिरांस्युर्व्यामदृश्यन्त तारागण इवाम्बरे ॥ २८ ॥

Segmented

स कुण्डलानि सु अक्षीणि पूर्ण-चन्द्र-निभानि च शिरांस्य् उर्व्याम् अदृश्यन्त तारा-गणः इव अम्बरे

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
कुण्डलानि कुण्डल pos=n,g=n,c=1,n=p
सु सु pos=i
अक्षीणि अक्षि pos=n,g=n,c=1,n=p
पूर्ण पूर्ण pos=a,comp=y
चन्द्र चन्द्र pos=n,comp=y
निभानि निभ pos=a,g=n,c=1,n=p
pos=i
शिरांस्य् शिरस् pos=n,g=n,c=1,n=p
उर्व्याम् उर्वी pos=n,g=f,c=7,n=s
अदृश्यन्त दृश् pos=v,p=3,n=p,l=lan
तारा तारा pos=n,comp=y
गणः गण pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
अम्बरे अम्बर pos=n,g=n,c=7,n=s