महाभारतम् — 8.18.62
Original
Segmented
शिखण्डी च समासाद्य हृदिकानाम् महा-रथम् पञ्चभिः निशितैः भल्लैः जत्रु-देशे समार्दयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिखण्डी | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
हृदिकानाम् | हृदिक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पञ्चभिः | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
भल्लैः | भल्ल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
जत्रु | जत्रु | pos=n,comp=y |
देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
समार्दयत् | समर्दय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |