महाभारतम् — 8.18.37
Original
Segmented
सौबलो ऽपि धनुः गृह्य घोरम् अन्यत् सु दुःसहम् अभ्ययात् पाण्डव-अनीकम् निघ्नञ् शत्रु-गणान् बहून्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सौबलो | सौबल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गृह्य | ग्रह् | pos=vi |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुःसहम् | दुःसह | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अभ्ययात् | अभिया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
अनीकम् | अनीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निघ्नञ् | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |