महाभारतम् — 8.13.7
Original
Segmented
रथान् अधिष्ठाय स वाजि-सारथि रथांः च पद्भिस् त्वरितो व्यपोथयत् द्विपांः च पद्भ्याम् चरणैः करेण च द्विप-आस्थितः हन्ति स कालचक्र-वत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अधिष्ठाय | अधिष्ठा | pos=vi |
स | स | pos=i |
वाजि | वाजिन् | pos=n,comp=y |
सारथि | सारथि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रथांः | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
पद्भिस् | पद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
त्वरितो | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
व्यपोथयत् | विपोथय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
द्विपांः | द्विप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
पद्भ्याम् | पद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
चरणैः | चरण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
करेण | कर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
द्विप | द्विप | pos=n,comp=y |
आस्थितः | आस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हन्ति | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कालचक्र | कालचक्र | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |