महाभारतम् — 8.13.19
Original
Segmented
अथ अर्धचन्द्रेन हृतम् किरीटिना पपात दण्डस्य शिरः क्षितिम् द्विपात् तत् शोणित-आभम् निपतद् विरेजे दिवाकरो ऽस्ताद् इव पश्चिमाम् दिशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
अर्धचन्द्रेन | अर्धचन्द्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हृतम् | हृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
किरीटिना | किरीटिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पपात | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दण्डस्य | दण्ड | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
क्षितिम् | क्षिति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
द्विपात् | द्विप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शोणित | शोणित | pos=n,comp=y |
आभम् | आभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
निपतद् | निपत् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
विरेजे | विराज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दिवाकरो | दिवाकर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ताद् | अस्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |
पश्चिमाम् | पश्चिम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |