महाभारतम् — 8.12.8
Original
Segmented
तम् प्रवीरम् प्रतीयाता इव ऋषभाः वाशिता-अर्थम् अभिक्रुद्धा हुम् कृत्वा च अभिदुद्रुवुः निघ्नन्तम् अभिजघ्नुस् ते शरैः शृङ्गैः इव ऋषभाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रवीरम् | प्रवीर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतीयाता | नर्द् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
इव | इव | pos=i |
ऋषभाः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वाशिता | वाशिता | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिक्रुद्धा | अभिक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
हुम् | हुं | pos=i |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
च | च | pos=i |
अभिदुद्रुवुः | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
निघ्नन्तम् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अभिजघ्नुस् | अभिहन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शृङ्गैः | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
ऋषभाः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=p |