महाभारतम् — 7.96.7
Original
Segmented
मत्त-द्विरद-संकाशम् मत्त-द्विरद-गामिनम् प्रभिन्नम् इव मातङ्गम् यूथ-मध्ये व्यवस्थितम् व्याघ्रा इव जिघांस् त्वदीयाः अभ्यद्रवन् रणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मत्त | मद् | pos=va,comp=y,f=part |
द्विरद | द्विरद | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मत्त | मद् | pos=va,comp=y,f=part |
द्विरद | द्विरद | pos=n,comp=y |
गामिनम् | गामिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
प्रभिन्नम् | प्रभिद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
मातङ्गम् | मातंग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यूथ | यूथ | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
व्यवस्थितम् | व्यवस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
व्याघ्रा | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
जिघांस् | जिघांस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
त्वदीयाः | त्वदीय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अभ्यद्रवन् | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |