महाभारतम् — 7.95.44
Original
Segmented
पार्ष्णि च कशाभिः च ताडय् तुरंगमान् जवम् उत्तमम् आस्थाय सर्वतः प्राद्रवन् भयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पार्ष्णि | पार्ष्णि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
कशाभिः | कशा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
ताडय् | ताडय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तुरंगमान् | तुरंगम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
जवम् | जव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आस्थाय | आस्था | pos=vi |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
प्राद्रवन् | प्रद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |