महाभारतम् — 7.91.1
Original
Segmented
संजय उवाच शृणुष्व एकमनाः राजन् यत् माम् त्वम् परिपृच्छसि द्राव्यमाणे बले तस्मिन् हार्दिक्येन महात्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणुष्व | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
एकमनाः | एकमनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
परिपृच्छसि | परिप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
द्राव्यमाणे | द्रावय् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
बले | बल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हार्दिक्येन | हार्दिक्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |