महाभारतम् — 7.89.32
Original
Segmented
विद्रुतान् रथिनो दृष्ट्वा निरुत्साहान् द्विषत्-जये पलायने कृत-उत्साहान् मन्ये शोचन्ति पुत्रकाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विद्रुतान् | विद्रु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
रथिनो | रथिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
निरुत्साहान् | निरुत्साह | pos=a,g=m,c=2,n=p |
द्विषत् | द्विष् | pos=va,comp=y,f=part |
जये | जय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पलायने | पलायन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
उत्साहान् | उत्साह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
शोचन्ति | शुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पुत्रकाः | पुत्रक | pos=n,g=m,c=1,n=p |