Original

स वत्सदन्तं संधाय जिह्मगानलसंनिभम् ।आकृष्य राजन्नाकर्णाद्विव्याधोरसि सात्यकिम् ॥ ४३ ॥

Segmented

स वत्सदन्तम् संधाय जिह्मग-अनल-संनिभम् आकृष्य राजन्न् आ विव्याध उरसि विव्याधोरसि

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
वत्सदन्तम् वत्सदन्त pos=n,g=m,c=2,n=s
संधाय संधा pos=vi
जिह्मग जिह्मग pos=n,comp=y
अनल अनल pos=n,comp=y
संनिभम् संनिभ pos=a,g=m,c=2,n=s
आकृष्य आकृष् pos=vi
राजन्न् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
कर्ण pos=n,g=m,c=5,n=s
विव्याध व्यध् pos=v,p=3,n=s,l=lit
उरसि उरस् pos=n,g=n,c=7,n=s
विव्याधोरसि सात्यकि pos=n,g=m,c=2,n=s