महाभारतम् — 7.87.1
Original
Segmented
संजय उवाच धर्मराजस्य तद् वाक्यम् निशम्य शिनिपुंगवः पार्थात् च भयम् आशङ्कन् परित्यागात् महीपतेः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धर्मराजस्य | धर्मराज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
शिनिपुंगवः | शिनिपुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पार्थात् | पार्थ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आशङ्कन् | आशङ्क् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
परित्यागात् | परित्याग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
महीपतेः | महीपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |