महाभारतम् — 7.8.30
Original
Segmented
अमर्षणो मर्षितवान् क्लिश्यमानः सदा मया अन् अर्हन् कौन्तेयः कर्मणः तस्य तत् फलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अमर्षणो | अमर्षण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मर्षितवान् | मर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्लिश्यमानः | क्लिश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सदा | सदा | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अन् | अन् | pos=i |
अर्हन् | अर्ह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कौन्तेयः | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |