महाभारतम् — 7.8.28
Original
Segmented
व्याकुलीकृतम् आचार्यम् पिपीलैः उरगम् यथा कर्मणि असुकरे सक्तम् जघान इति मतिः मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्याकुलीकृतम् | व्याकुलीकृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
आचार्यम् | आचार्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पिपीलैः | पिपील | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उरगम् | उरग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
असुकरे | असुकर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
सक्तम् | सञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
जघान | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |